स्टेड डेस्क/बिछिया- ग्रामीण क्षेत्रों में फसल को जंगली पशुओं से बचाने के लिए इन दिनों करंट का इस्तेमाल ज्यादा किया जा रहा है. जिसके चलते ना केवल पशुओं की जान खतरे में है, बल्कि इंसान भी इससे बच नहीं पा रहे हैं. पूर्व में कई ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं, जिससे जंगली पशुओं सहित शेर की भी मौत हुई है. वहीं इंसानों की भी मौत की खबरें आई है…
ऐसा ही एक ताजा मामला मंडला जिले के बिछिया विधानसभा क्षेत्र में घटित हुआ है. जहां एक किसान के द्वारा खेत की फसल बचाने के लिए बिजली का करंट खेत के आसपास लगाने से एक अन्य किसान झुलस गया. बड़ी बात यह है कि उस किसान को करंट से झुलसता देख पत्नी की सूझ बूझ से उसकी जान बची…
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के बानियागांव, ग्राम पंचायत मानिकपुर, थाना बम्हनी अंतर्गत निवासी 40 वर्षीय भोले यादव पिता मुन्ना यादव किसान बीती रात लगभग 9 बजे अपने खेत की रखवाली करने जा रहे थे. उनकी पत्नी विमला बाई भी साथ थी. जब ये रातु यादव के खेत के पार से होकर गुजर रहे थे, तभी भोले यादव को जोरदार करंट लगा. जिसे जलता देख उनकी पत्नी जोर जोर से चिल्लाने लगी. उनकी आवाज सुन ग्रामीणों द्वारा उसे बचा कर अन्जनिया प्राथमिक स्वास्थ केंद्र ले जाया गया. जहां प्राथमिक उपचार कर मंडला जिला चिकित्सालय रिफ़र किया गया.
इस हादसे मे भोले को गंभीर चोंट आयी है, उसका आधा शरीर बुरी तरह झुलस चुका है. अपने दिये गए बयान मे भोले ने बताया कि गांव के ही लोगों के द्वारा जंगली जानवर को मारने के के मकसद से करंट लगाया गया था. जिसकी चपेट मे धोके से आ गया. परिवार द्वारा उचित न्याय व दोषी को कठोर सजा दिलाने की मांग की गई है…
चाणक्य केसरी TV बिछिया से सहयोगी वीरेन्द्र पटेल की रिपोर्ट