महिला इंस्पेक्टर पर खनिज माफियाओं ने किया हमला…छिंदवाड़ा के चौरई थाना क्षेत्र का मामला, पुलिस पर उठे सवालिया निशान…?

स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा-मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिला अंतर्गत चौरई थाना क्षेत्र के गांव भूतेरा में अवैध रूप से उत्खनन करने की शिकायत मिलने पर खनिज इंस्पेक्टर स्नेहलता ठवरे सोमवार की शाम को स्थल पर पहुंची थीं। जहां ठेकेदार के गुर्गों ने खनिज की टीम पर जानलेवा हमला किया। हमला इतना भयंकर था कि जान बचाकर टीम को वहां से भागना पड़ा। इसके बाद खनिज की टीम ने चौरई थाना पहुंचकर मामले की एफ आई आर दर्ज कराई। जिस पर चौरई पुलिस ने ग्वालियर के ठेकेदार के सुपरवाइजर प्रदीप शर्मा सहित अन्य दो पर शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। लेकिन घटना के बाद अब तक पुलिस ने खनिज माफियाओं और हमला करने वाले गुंडों को गिरफ्तार नहीं किया है।

इस पूरे मामले में माइनिंग इंस्पेक्टर स्नेहलता ठवरे ने बताया कि सूचना पर वे भूतेरा गांव पहुंची थीं। जहां ग्वालियर के ठेकेदार के गुर्गे अवैध उत्खनन कर रहे थे। सरेआम पोकलैंड मशीन से पहाड़ी काटी जा रही थी। हमें देख ठेकेदार के सुपरवाइजर और गुर्गों ने लाठियों से हमला कर दिया, इस हमले में विभाग का वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। हम लोग किसी तरह वाहन सहित वहां से निकले और अपनी जान बचाई। जिसके बाद चौरई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले वे पहुंची थीं और उसके बाद दो अन्य खनिज इंस्पेक्टर भी स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि यदि हम लोग वहां से गाड़ी लेकर भागते नहीं तो वह लोग इस तरह से लठ बरसा रहे थे कि मानो जान ही ले डालेंगे। बहरहाल चौरई पुलिस ने शिकायत के उपरांत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।

राजस्व पहाड़ी को अवैध रूप से काटती माफिया की मशीन

अब तक क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी…?
एक महिला खनिज इंस्पेक्टर और दो अन्य इंस्पेक्टर एवं टीम के ऊपर जानलेवा हमला होता है… विभाग के वाहन को छतिग्रस्त कर दिया जाता है… किसी तरह खनिज विभाग की टीम जान बचाकर वहां से भागती है… टीम पुलिस में शिकायत दर्ज कराती है और पुलिस एफ आई आर भी दर्ज करती है… लेकिन खनिज माफिया और गुंडों की गिरफ्तारी नहीं करती…? आखिर घटना को बीतने में घंटो बीत गए, घटना अति गंभीर है फिर भी अब तक पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की..? पुलिस की इस कार्यप्रणाली के चलते अब पुलिस पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं कि आखिर इतने गंभीर घटना में पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी क्यों नहीं की…? क्या चौरई पुलिस पर किसी का दबाव है…? क्या ग्वालियर के खनिज माफिया के ऊपर किसी सफेदपोश का हाथ है…? या फिर माफिया का खौफ कार्रवाई पर हावी है…? देखना यह होगा कि माफिया और गुर्गों को पुलिस कब गिरफ्तार करती है..?

चाणक्य केसरी TV
अजय सेन, चौरई