स्टेड डेस्क- छिंदवाड़ा के शासकीय महकमा इन दिनों रिश्वतखोरों से पटा पड़ा है, यह हम नहीं कहते, बल्कि लोकायुक्त की टीम द्वारा की जा रही लगातार कार्यवाहीयों से स्पष्ट होता है… जी हां छिंदवाड़ा में बीते 2 महीनों में रिश्वत का यह 6 मामला सामने आया है इस बार कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने ई गवर्नेंस सहायक प्रबंधक हितेश देशमुख चाय नाश्ते की दुकान में ₹4000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचे गए हैं…

ई गवर्नेंस सहायक प्रबंधक हितेश देशमुख आवेदक से आधार सेंटर के लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया के नाम पर यह राशि ले रहा था… जिसे जबलपुर लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों दबोचा है और अन्य कार्यवाही के लिए एसडीएम कार्यालय टीम पहुंची है… आपको बता दें छिंदवाड़ा अनुभाग में आधार कार्ड की व्यवस्था देखने सहायक e-governance अधिकारी को एसडीएम कार्यालय में कुर्सी दी गई थी, जहां बैठकर यह व्यक्ति कामों को अंजाम दिया करता था… फिलहाल लोकायुक्त टीम की कार्यवाही जारी है…. इस संबंध में लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थी राजू प्रसाद शिव आधार सेंटर का संचालन करते हैं जिसके लाइसेंस रिनुअल एवं संचालन के लिए लगातार पैसा मांगा जा रहा था जिससे परेशान प्रार्थी ने लोकायुक्त में शिकायत की और आज हितेश देशमुख को रंगे हाथों पकड़ा है
कृषि मंत्री ने किया था सम्मानित…
यहां गौर करने वाली बात यह है कि उक्त रिश्वतखोर अधिकारी हितेश देशमुख को बीती 15 अगस्त के राष्ट्रीय समारोह में
मंत्री किसान कल्याण एवं कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा द्वारा कोविड 19 की द्वितीय लहर मे कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु किये गए उल्लेखनीय कार्य हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया था… अब देखना यह है की इस कारनामे के लिए देशमुख को कौन सा प्रशस्ति पत्र दिया जाता है…
नव चाणक्य केसरी
संजय औरंगाबादकर
स्थानीय संपादक