स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा- छिंदवाड़ा नगर निगम चुनाव के तहत आज नाम निर्देशन पत्र वापसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है और इसके साथ ही महापौर एवं पार्षद प्रत्याशियों की स्थिति साफ हो गई है साथ ही वार्ड के चुनावी समीकरण भी खुलकर सामने आ गए हैं। कई ऐसे वार्ड है जहां कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के अलावा बागी प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में है तो वही भाजपा के लिए भी यही स्थिति निर्मित हुई है।
ऐसे में आज हम बात करेंगे वार्ड नंबर 39 की जहां अब चतुष्कोणीय मुकाबला होने जा रहा है। यहां भाजपा प्रत्याशी के सामने मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि भाजपा नेता और पूर्व पार्षद मिलिंद खुटाटे ने इस वार्ड से पार्षद प्रत्याशी के लिए दाखिल किया नामांकन पत्र वापस नहीं लिया है। ऐसे में दुविधा और बढ़ जाती है कि भाजपा प्रत्याशी के सामने 3 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें एक कांग्रेस दूसरा आप पार्टी और तीसरा निर्दलीय जोकि भाजपा से संबंधित हैं। यह और बात है कि पार्टी इन्हें निष्कासित करेगी लेकिन, बावजूद इसके मिलिंद खुटाटे इस वार्ड में खासे लोकप्रिय हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने एक मजबूत और सरल व्यक्तित्व के निर्विरोध प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। जिनकी स्वच्छ सरल छवि कहीं ना कहीं भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के लिए दुविधा का कारण बनेगा। इसी वजह से हम कह रहे हैं कि इस वार्ड में चतुष्कोणीय मुकाबला होगा और भाजपा प्रत्याशी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। वर्तमान चुनाव प्रचार की स्थिति की बात करें तो फिलहाल कांग्रेस इसमें आगे चल रही है यहां कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती सरिता चिंटू काले ने प्रचार पर जोर दिया है वे लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रही हैं। इस दौरान जनता का भरपूर आशीर्वाद भी प्राप्त हो रहा है। वहीं कांग्रेस द्वारा विवेकानंद कॉलोनी साईं मंदिर के सामने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी कर लिया गया है। इधर सूत्रों की माने तो भाजपा प्रत्याशी पर वार्डवासी भरोसा करने के लिए चिंतन मनन में लगे हुए हैं तो वही पार्टी के झंडे बैनर लगाने से भी भाजपा कार्यकर्ता गुरेज कर रहे हैं। यह बात जन चर्चा में आम हो गई है ऐसे में एक बेहतर रणनीति इस बार के चुनाव की तस्वीर बदल सकती है…
बहरहाल आज नाम निर्देशन वापसी की प्रक्रिया के बाद अब लगता है प्रचार जोर पकड़ेगा। लेकिन कई स्थानों में जुझारू प्रत्याशियों ने बीते दिनों से ही जनसंपर्क की गति बढ़ा दी है….
संजय औरंगाबादकर
स्थानीय संपादक
नव चाणक्य केसरी