छिंदवाड़ा- नाट्यगंगा द्वारा रंगकर्म के प्रचार प्रसार के लिए चलाए जा रहे रंग अभियान थियेटर आपके घर की दूसरी कड़ी के रूप में कल स्थानीय विवेकानंद काॅलोनी में हास्य व्यंग्य नाटक जादू का सूट ने काॅलोनीवासियों को खूब हंसाया और इसके साथ ही यह सोचने पर मजबूर भी किया। कैसे वमर्मान समय में हम मल्टीनेशनल कंपनी के जाल में फंसे हुए हैं और पश्चिमी रंग में रंगने के लिए अपना कितना भी अपमान करवाने एवं हंसी उड़वाने को भी तैयार हैं।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए रोहित रुसिया ने बताया कि नाट्यगंगा के कलाकारों ने काॅलोनी के वीरान पड़े हुए एक स्थल को रंगमंच में बदल कर शानदार प्रस्तुति देकर यह साबित कर दिया कि यदि मंचन अच्छा हो तो असुविधाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। सुप्रसिद्ध रंगकर्मी एवं नाट्य लेखक अलखनंदन जी द्वारा करारे व्यंग्य नाटक जादू का सूट का मंचन नाट्यगंगा अध्यक्ष सचिन वर्मा के सधे हुए निर्देशन में हुआ। लगभग साठ मिनिट के नाटक ने इस खूबी के साथ रचा है कि एक पल के लिए भी दर्शकों का ध्यान नाटक से नहीं हटा। नाटक में राजा की मुख्य भूमिका भी सचिन वर्मा ने निभाई जिसे देखकर दर्शक हंसहंस कर लोटपोट हो गए।
अविश्वसनीय उम्दा और जोरदार अभिनय से सचिन ने सबका दिल जीत लिया। वहीं मंत्री की भूमिका में नए कलाकार अमित सोनी ने अपने बहुआयामी चरित्र से सभी को अचंभित किया। ठगों की भूमिका में स्वाति चौरसिया और दानिश अली ने शानदार अभिनय किया। दोनों के विदेशी लहजे और हावभाव को दर्शकों ने खूब पसंद किया। दरबारी की भूमिका में हेमंत नांदेकर ने अपनी संवाद अदायगी से प्रभावित किया।
दजिर्यों के रूप में आकाश घोरमारे, हर्ष यादव और विनोद प्रसाद ग्यास ने अपने अलग अलग अंदाज से दर्शकों को खूब गुदगुदाया। बच्चे की भूमिका में प्रभदीप सिंग और अवनी सोनी ने प्रभावी अभिनय किया तो वहीं सम्राट देशबंधु की भूमिका में पराग दुबे खूब जमें। नाट्य मंचन में प्रकाश व्यवस्था नितिन वर्मा सोनू यादव और अमजद खान ने संभाली। इस नाटक में संगीत ने भी एक पात्र की तरह भूमिका निभाई जिसे निकेतन मिश्रा और अमित सोनी ने तैयार किया एवं स्वर भी दिया। ढोलक पर युवराज पाटकर ने संगत की। मंच सामाग्री कुलदीप वैद्य, ईशांक पराते ने, वेशभूषा मानसी मटकर, प्रचार प्रसार पियूष जैन, सुमित गुप्ता, ऋषभ शर्मा , मेकअप नीता वर्मा एवं मंच सज्जा की व्यवस्थाएं संजय औरंगाबादकर ने संभाली।
कायर्क्रम का संचालन शेफाली शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन रोहित रूसिया ने किया। कायर्क्रम में बैठक व्यवस्था एवं अन्य जिम्मेदारियाँ प्रहलाद उइके, नीरज सैनी, आदित्य रूसिया आदि ने संभाली। मंचन के दौरान बड़ी संख्या में काॅलोनीवासी उपस्थित हुए। इनमें से अधिकतर ने पहली बार नाटक देखा और उन्हें अभूतपूर्व अनुभव हुआ। सभी दर्शन हतप्रभ थे कि छिंदवाड़ा में इतना स्तरीय रंगकर्मी होता है पर आज तक हमने कभी नहीं देखा। सभी ने नाट्यगंगा संस्था को इस अभूतपूर्व रंग अभियान थियेटर आपके घर के लिए धन्यवाद दिया जिसके कारण उन्हें पहली बार अपनी ही काॅलोनी में एक स्तरीय नाटक देखने को मिला। दशर्कों ने कहा वास्तव में अब जो लोग नाटक तक नहीं पहुंच पा रहे हैं उन तक नाटक पहुंच रहा है और यह अभियान छिंदवाड़ा में रंगकर्मी के प्रसार के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा।
संजय औरंगाबादकर
लेखक, नव चाणक्य केसरी, अख़बार के स्थानीय संपादक