जिले की प्रसिद्ध संस्था आशा ( एड एंड सर्वाइवल ऑफ हैंडीक्राफ्ट आर्टिसंस ) अभ्यर्थियों को देगी पारंपरिक ब्लॉक प्रिंट का प्रशिक्षण…
स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा- पंचशील कॉलोनी स्थित आशा ( एड & सर्वाइवल फ़ॉर हैंडीक्राफ्ट ) में आज से 100 दिवसीय हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। ज्ञात हो कि आशा विगत 11 वर्षों से छिंदवाड़ा अंचल से विलुप्त हो चुकी छीपा हाथ ठप्पा छपाई कला को पुनर्जीवित कर पुनर्स्थापित करने का काम कर रही है। इसके साथ साथ आशा , तेजी से विलुप्त हो रहे गोंडवाना अंचल के पारंपरिक गोदना प्रतीक चिन्हों को भी सहेजने का प्रयास कर रही है।
नाबार्ड के सहयोग से शुरू हुए इस प्रशिक्षण शिविर में मास्टर आर्टीसन आरती रुसिया अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित करेंगी। इस अवसर पर नाबार्ड की डीडीएम श्वेता सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्श देते हुए, इस शिविर को महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ने हेतु महत्वपूर्ण अवसर बताया। लीड बैंक मैनेजर प्रकाश भंडारे ने कारीगरों को शासन की योजनाओं के साथ ही बैंक की ओर से वित्तीय सहायता प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण जानकारियां दी। कार्यक्रम में मास्टर आर्टिसन रोहित रूसिया ने अंचल में पारंपरिक छीपा हाथ ठप्पा छपाई कला के इतिहास और इन कला उत्पादों की देश विदेश में बढ़ती हुई मांग के बारे में जानकारी दी। 100 दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में अभ्यर्थियों को ब्लॉक प्रिंटिंग का नाबार्ड के सहयोग से निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नव चाणक्य केसरी
स्थानीय संपादक
संजय औरंगबादकर