स्टेट डेस्क/छिन्दवाड़ा – ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर भगवान श्री जगन्नाथ जी,भ्राता श्री बलभद्र जी और बहिन श्री सुभद्रा जी का पारम्परिक रूप से 108 कलशों के द्वारा पावन स्नान कराया गया। जिसके परिणामस्वरूप वे ताप ज्वर से ग्रसित हो गए।
छिन्दवाड़ा जगन्नाथ रथयात्रा समिति प्रमुख पं.स्पंदन आनंद दुबे ने बताया कि धूप में स्नान करने के कारण महाशक्ति त्रय अस्वस्थ हो गये हैं अतः आगामी 15 दिनों तक विविध जड़ी बूटियों से उनका उपचार किया जावेगा। इस अवधि में वे दर्शन नहीं देवेंगे और उनके स्थान पर भगवान श्री मदन मोहन जी के दर्शन होंगे। इस वर्ष तीनों पावन विग्रहो के आगमन की 25 वीं वर्षगाँठ का महा महोत्सव मनाया जा रहा है। पुरी की तर्ज पर होने वाली जगत्पति श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा की प्रतीक्षा जिले के भक्तजन अतीव श्रद्धा के साथ कर रहे हैं।
नव चाणक्य केसरी
स्थानीय संपादक
संजय औरंगाबादकर