निलाद्री कुमार के सितार और सत्यजीत के तबले ने किया मंत्रमुग्ध… त्रिदिवसीय शास्त्रीय संगीत समारोह सुर बसन्त का हुआ समापन…

स्टेड डेस्क/छिंदवाड़ा- साहित्य, संगीत, संस्कृति को समर्पित छिंदवाड़ा ज़िले की संस्था युवा प्रतिभा प्रोत्साहन मंच द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय शास्त्रीय संगीत समारोह का समापन शनिवार को स्थानीय हिन्दी प्रचारिणी में हुआ।

इस कार्यक्रम में आमंत्रित कलाकार के रूप में देश के सुविख्यात सितार वादक निलाद्री कुमार को सितार वादन के लिए आमंत्रित किया गया था।  जिन्होंने आयोजित कार्यक्रम के तृतीय दिवस अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही तबले पर संगत करने के लिए देश के प्रसिद्ध तबला वादक सत्यजीत तलवलकर उपस्थित हुए। जिनके तबले की मिठास श्रोताओं के कानों में रस घोल रही थी। समारोह के तृतीय दिवस ज़िले की युवा प्रतिभाओं का सम्मान निलाद्री कुमार के हस्ते किया गया। संस्था का उद्देश्य हर बार की तरह केवल प्रतिभा प्रोत्साहन रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि विवेक कर्महे विशेष रूप से जबलपुर से उपस्थित हुए, कार्यक्रम की अध्यक्षता संगीत गुरु शेखर सरदेशपाण्डे द्वारा की गई। इस अवसर पर संगीतप्रेमी एवं गणमान्य नागरिक अधिक संख्या में उपस्थित हुए।

*रांगोली के माध्यम से समारोह में दी गई स्वर कोकिला लता मंगेशकर एवं नृत्य गुरु पण्डित बिरजू महाराज जी को श्रद्धांजलि*

आयोजित समारोह में ज़िले की प्रतिभा स्वप्निल विश्वकर्मा द्वारा बनाई गई लता जी की रांगोली एवं ज्योत्सना कोलमकर द्वारा निर्मित पण्डित बिरजू महाराज की रांगोली समारोह में चर्चा का विषय रही।

संजय औरंगाबादकर
स्थानीय संपादक
नव चाणक्य केसरी