स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा- नगर निगम छिंदवाड़ा के 48 वार्ड पार्षदों में से ज्यादातर उम्मीदवारों की फाइनल सूची कांग्रेस द्वारा जारी कर दी गई है, तो वहीं भाजपा से कुछ संभावित उम्मीदवारों के नाम अघोषित रूप से चर्चा में आ गए हैं। वार्ड नंबर 39 में तो अधिकृत सूची जारी होने के पहले ही भाजपा से अनुभूति सिन्हा के नाम की चर्चा के साथ ही उनके घर पर बीती रात आतिशबाजी कर दी गई है। यदि अनुभूति सिन्हा को भाजपा अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाती है तो कांग्रेस से इनके देवर शैलेष सिन्हा जो कि वर्तमान में कांग्रेस के वार्ड अध्यक्ष हैं जिनके जिम्मे कांग्रेस के उम्मीदवार का चयन करने या फिर पैनल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में अब चर्चा इस बात की है कि यदि भाजपा शैलेष सिन्हा की भाभी अनुभूति सिन्हा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित करती है तो शैलेष सिन्हा इनके विरुद्ध में कांग्रेस से ऐसे कैंडिडेट को टिकट दिलाने का प्रयास करेंगे जो चुनाव में प्रतिस्पर्धा ना कर सके…? यदि ऐसा होता है तो यह कहावत चरितार्थ होगी कि कद्दू कटेगा तो घर में ही बटेगा..! हालांकि फिलहाल दोनों ही दलों के द्वारा फाइनल सूची जारी नहीं की गई है लेकिन इसके बावजूद भी समीकरण बनाने और बिगाड़ने की कवायद युद्ध स्तर पर चल रही है…
इधर, यदि भाजपा अनुभूति सिन्हा को कैंडिडेट बनाती है तो कांग्रेस के सामने इस वार्ड में अपने प्रत्याशी के चयन के लिए थोड़ी मशक्कत और दुस्वारी खड़ी हो सकती है। इसके साथ ही यदि वार्ड अध्यक्ष प्रत्याशी चयन करने में कामयाबी हासिल कर लेते हैं तो नतीजा मतदान के पहले ही सबके सामने होगा..! क्योंकि कांग्रेस के वार्ड अध्यक्ष जिस चेहरे का चयन करना चाह रहे हैं उनके भाई भी भाजपा के पदाधिकारी हैं। हालांकि यह एक चर्चा है इस पर अधिकृत मोहर नहीं लगाई जा सकती, लेकिन जन चर्चा को अनदेखा भी नहीं किया जा सकता.? क्योंकि इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की साख भी दांव पर लगी हुई है..! अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस वार्ड में कितने दमदार व्यक्ति को प्रत्याशी घोषित करता है…
सरिता चिंटू काले भी प्रबल दावेदार…
बहरहाल इन सब के बीच वार्ड नंबर 39 से एक और मिलनसार चेहरा कांग्रेस का प्रबल दावेदार है। सरिता चिंटू काले के नाम की भी चर्चा जोरों पर है राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि इस बार कांग्रेस वार्ड 39 से सरिता चिंटू काले पर दांव खेल सकती है फिलहाल सूची जारी होने का इंतजार चल रहा है।
संजय औरंगाबादकर
स्थानीय संपादक
नव चाणक्य केसरी