छिंदवाड़ा में नहीं बनेगा फ्लाईओवर..? नितिन गडकरी भी निकले बेवफा..!

स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा- छिंदवाड़ा के विधायक और पूर्व सांसद जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने हर राजनेता की तरह अपने क्षेत्र के विकास पर पूरा ध्यान दिया और यही वजह है कि कमलनाथ सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने छिंदवाड़ा में 5000 मीटर का फ्लाईओवर के निर्माण की सैद्धांतिक मंजूरी दी… यह फ्लाईओवर 650 करोड़ रुपए की लागत से बनना था… इसके लिए फ्लाईओवर मैप भी बनकर तैयार हो गया था। छिंदवाड़ा में यह फ्लाईओवर रेलवे स्टेशन के ओवर ब्रिज से ELC चौक तक बनाया जाना था। इस फ्लाईओवर के निर्माण से गंज क्षेत्र के व्यापारियों सहित जनता को ट्रैफिक से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता। यह फ्लाईओवर का निर्माण छिंदवाड़ा के लिए एक बड़ी सौगात माना जा रहा था। लेकिन फिलहाल यह छिंदवाड़ा वासियों के लिए सपना बन गया है, क्योंकि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बेवफा निकल गए हैं..!
जी हां कमलनाथ सरकार गिरने के बाद से वे तमाम विकास कार्य पर विराम लगा दिया गया है, जो जिले की जनता के लिए और इस जिले के विकास के लिए महत्वपूर्ण थे। हालही में मध्यप्रदेश के लिए 21 फ्लाईओवर, सेतु बंधन योजना में स्वीकृत किए गए हैं जिसमें छिंदवाड़ा का नाम गायब है…? 10 शहरों में 21 फ्लाईओवर बनेंगे, जिसमें भोपाल में तीन, इंदौर में पांच, जबलपुर में दो, ग्वालियर में तीन, सागर में तीन, रतलाम में एक, खंडवा में एक, धार में एक और छतरपुर में एक फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। जिसके निर्माण के लिए केंद्र सरकार राशि देगी। लेकिन छिंदवाड़ा का फ्लाईओवर जो कि पूर्व से स्वीकृत था उसे फिलहाल गायब कर दिया गया है..?

छिंदवाड़ा के साथ नितिन गडकरी क्यों कर रहे हैं भेदभाव..?

अब ऐसे में सवाल उठना शुरू हो गए हैं कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी छिंदवाड़ा के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं..? आखिर क्यों छिंदवाड़ा के स्वीकृत फ्लाईओवर को मंजूरी नहीं दी गई..? लगातार छिंदवाड़ा के साथ उपेक्षा होने से अब यह सवाल मुखर होता जा रहा है। इधर नागपुर मार्ग पर गहरा नाला का पुल निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है, तो वही नई स्वीकृति में पुराने स्वीकृत विकास कार्य भी गडकरी जी भूलते जा रहे हैं… आखिर श्रय की राजनीति के चक्कर में, छिंदवाड़ा की जनता को क्यों उपेक्षित किया जा रहा है..? सवाल बरकरार है —

संजय औरंगाबादकर
स्थानीय संपादक
नव चाणक्य केसरी